- नियमित व्यायाम करें
• प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट टहलें, योग करें या व्यायाम करें।
• लंबे समय तक बैठने के बीच हर घंटे 5-10 मिनट का ब्रेक लेकर हल्का खिंचाव करें। - संतुलित आहार का सेवन करें
• जंक फूड, तला-भुना और मीठे पेय पदार्थों से बचें।
• फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त आहार लें।
• अधिक पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेटेड रखें। - तनाव प्रबंधन पर ध्यान दें
• ध्यान (मेडिटेशन) और प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
• दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।
• काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाए रखें। - नींद को प्राथमिकता दें
• हर रात 6-8 घंटे की गहरी नींद लें।
• सोने से पहले मोबाइल और लैपटॉप का उपयोग कम करें। - स्वास्थ्य जांच नियमित रूप से कराएं
• हर 6-12 महीने में शुगर, कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप और अन्य आवश्यक जांच करवाएं।
• किसी भी समस्या के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें। - बैठने के सही तरीके अपनाएं
• काम करते समय सही मुद्रा में बैठें।
• एर्गोनोमिक कुर्सी और मेज का उपयोग करें। - शारीरिक सक्रियता बढ़ाएं
• लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का उपयोग करें।
• ऑफिस में छोटे-छोटे कामों के लिए पैदल चलें। - धूम्रपान और शराब से बचें
• ये आदतें हृदय और यकृत के लिए हानिकारक होती हैं। - सकारात्मक सोच विकसित करें
• जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखें।
• चुनौतियों को अवसर के रूप में लें। - वैकल्पिक गतिविधियों में भाग लें
• संगीत, पेंटिंग, गार्डनिंग या पढ़ाई जैसे शौक को समय दें।
• नियमित अंतराल पर छुट्टियां लें और नई जगहों की यात्रा करें।
स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क ही एक पदाधकारी तथा नौकरशाह की सबसे बड़ी संपत्ति हैं। इसे बनाए रखने के लिए नियमित प्रयास करें।
