सबसे कॉमन हेल्थ प्रॉब्लम ,हाइपर टेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर । भारत मे हरेक 3 व्यक्ति में से एक इस से पीड़ित है । शुरुआती दौर में हाई bp को एक कॉम्पेनसट्री मैकेनिज्म माना गया ,prof paul dudey white ,जिन्हें फादर ऑफ मॉडर्न कार्डियोलॉजी माना जाता है ,उनका भी मानना था कि बीपी का बढ़ना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है ,और उसे कम करने की जरूरत नही है। उसी दौर में तीन वैश्विक नेता (चर्चिल , रूजवेल्ट एवं स्टालिन ) की मौत बढ़े हुए bp की वजह से होने वाले ब्रेन हैमरेज से हुई ।अमेरिकन प्रेजिडेंट रूजवेल्ट की bp 300 /190 थी जब उनका ब्रेन हैमरेज हुआ था। उसके बाद हाइपरटेंशन को डॉक्टरों ने फिर रिसर्च शुरू हुआ ।1948 में framhinghan हार्ट स्टडी की गई ,फिर नेशनल हार्ट ,लंग एंड ब्लड इंस्टिट्यूट ने जॉइंट नेशनल कमिटी (jnc ) का गठन किया ,जो समय समय पर अपने गाइड लाइन देती है।सबसे रीसेंट jnc 8 रिकमेन्डेशन 2014 में दिया गया जिसमें जिनकी उम्र 60 साल या उस से अधिक हो उसमें 150 /90 या उस से अधिक होने पर ही हाई bp माना जायेगा ऐसा बताया गया । लेकिन इस से बहुत से रिसर्च करने वाले सहमत नही हुए ! 2020 में सबसे मॉडर्न गाइड लाइन international society of hypertension के द्वारा दिया गया । जिसमें 130 /85 से कम को नॉर्मल माना गया । 130 -139/85-89 को हाई नॉर्मल माना गया !140 /90 या इस से ज्यादा होने पर उसको हाइपर टेंशन माना गया यानी दवा की शुरूआत अब करनी है आइसोलेटेड सिस्टोलिक हाइपर टेंशन बोला जाता है यदि सिस्टोलिक 140 या उस से अधिक ,डायास्टोलिक 90 या इस से कम हो तब । नमक कम खाना नियमित व्य्यायम तथा मैडिटेशन और योग से लाभ होता है यह रिसर्च से प्रमाणित हुआ है। डॉ राहुल कुमार । फिजिशियन एवं डॉय बिटोलॉजिस्ट बेगूसराय।
हाईपरटेंशन की दवा कब शुरू करनी चाहिए और क्या है हाईपरटेंशन
Astha Foundation (Trust) is a registered organisation based in Patna (Bihar) Registered as a public Trust. Mainly aims to benefit underprivileged children and their families, through various projects and health care, education, nutrition, shelter, livelihood, women empowerment, child rights and other social issue.
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